ॐ जय शिव ओंकारा आरती, भगवान शिव की प्रसिद्ध आरतियों में से एक है। यहाँ इसी Shiv ji Ki Aarti का लिरिक्स हिंदी और इंग्लिश में दर्शाया है। साथ ही आरती PDF डाउनलोड करने की सुविधा भी दी है।
शंकर भगवान की शिव आरती पढ़ने पर 5 फायदे अवश्य होते है।
- भक्त को महादेव का आशीर्वाद मिलता है।
- मानसिक शांति और दिमागी ऊर्जा बढ़ती है।
- अच्छे कर्म करने के लिए मन प्रेरित होता है।
- सफलता के अधिकांश रास्ते खुलने लगते है।
- जीवन की कठिन परेशानियां दूर होती है।
विशेष : सोमवार और श्रावण माह शिव आरती के लिए सबसे अच्छा समय होता है। यदि इस समय आप नित्य शिव पूजा और आरती करते है तो बहुत से लाभ मिलेंगे।
Shiv Ji Ki Aarti Lyrics Hindi
इंटरनेट पर आपको भगवान शिव जी की बहुत सी आरती और भजन मिल जायेगे। जिसमे अधिकतर लोगो द्वारा “ओम जय शिव ओंकारा” आरती को पसंद किया जाता है।
नोट : जनता की इसी पसंद को ध्यान में रखते हुए यहाँ हिंदी और इंग्लिश भाषा में महादेव की आरती का लिरिक्स बताया है।
(1) शिव जी की आरती हिंदी में
ॐ जय शिव ओंकारा, भोले हर शिव ओंकारा।
ब्रह्मा विष्णु सदा शिव अर्द्धांगी धारा ॥
ॐ जय शिव महादेव…॥
एकानन चतुरानन पंचानन राजे।
हंसानन गरुड़ासन वृषवाहन साजे ॥
ॐ जय शिव शंकरा…॥
दो भुज चार चतुर्भुज दस भुज अति सोहे।
तीनों रूपनिरखता त्रिभुवन जन मोहे ॥
ॐ जय शिव महादेव…॥
अक्षमाला बनमाला मुण्डमाला धारी।
चंदन मृगमद सोहै भोले शशिधारी ॥
ॐ जय शिव शंकरा…॥
श्वेताम्बर पीताम्बर बाघम्बर अंगे।
सनकादिक गरुणादिक भूतादिक संगे ॥
ॐ जय शिव महादेव…॥
कर के मध्य कमंडलु चक्र त्रिशूल धर्ता।
जगकर्ता जगभर्ता जगपालन करता ॥
ॐ जय शिव शंकरा…॥
ब्रह्मा विष्णु सदाशिव जानत अविवेका।
प्रणवाक्षर के मध्ये ये तीनों एका ॥
ॐ जय शिव महादेव…॥
काशी में विश्वनाथ विराजत नन्दी ब्रह्मचारी।
नित उठि दर्शन पावत
रुचि रुचि भोग लगावत महिमा अति भारी ॥
ॐ जय शिव शंकरा…॥
त्रिगुण शिवजीकी आरती जो कोई नर गावे।
कहत शिवानन्द स्वामी मनवांछित फल पावे ॥
ॐ जय शिव महादेव…॥
जय शिव ओंकारा हर ॐ शिव ओंकारा|
ब्रह्मा विष्णु सदाशिव अद्धांगी धारा॥
ॐ जय शिव ओंकारा…॥
बोलो “हर हर महादेव !”
(2) Shiv Ji Ki Aarti In English
Jay Shiv Onkaaraa Om Jay Shiv Onkaaraa .
Brahmaa Vishnu Sadaa Shiv Arddhaangii Dhaaraa ॥
Om Jay Shiv Mahaadeva…॥
Ekaanan Chaturaanan Panchaanan Raaje .
Hamsaanan Garudaasan VṚShavaahan Saaje॥
Om Jay Shiv Shankaraa…॥
Do Bhuj Chaar Chaturbhuj Das Bhuj Ati Sohe.
Triguṇ Ruupanirakhataa Tribhuvan Jan Mohe ॥
Om Jay Shiv Mahaadeva…॥
Akshamaalaa Banamaalaa RuṇḌAmaalaa Dhaarii .
Chandan MṚGamad Sohai Bhaale Shashidhaarii ॥
Om Jay Shiv Shankaraa…॥
Shvetaambar Piitaambar Baaghambar Amge .
Sanakaadik GaruṆAadik Bhuutaadik Sange ॥
Om Jay Shiv Mahaadeva…॥
Kar Ke Madhy KamanḌAlu Chakr Trishuul Dhartaa .
Jagakartaa Jagabhartaa Jagasamhaarakartaa ॥
Om Jay Shiv Shankaraa…॥
Brahmaa VishṆU Sadaashiv Jaanat Avivekaa .
PraṆAvaakshar Madhye Ye Tiinon Ekaa ॥
Om Jay Shiv Mahaadeva…॥
Kaashii Men Vishvanaath Viraajat Nandii Brahmachaarii .
Nit UṬHi Bhog Lagaavat Mahimaa Ati Bhaarii ॥
Om Jay Shiv Shankaraa…॥
Triguṇ Shivajiikii Aaratii Jo Koii Nar Gaave .
Kahat Shivaanand Svaamii Manavaanchhit Phal Paave ॥
Om Jay Shiv Mahaadeva…॥
Jay Shiv Onkaaraa Har Om Shiv Onkaaraa.
Brahmaa VishṆU Sadaashiv Addhaangii Dhaaraa॥
Om Jay Shiv Onkaaraa…॥
Bolo “Har Har Mahadev!”
Mahadev Shiv Ji Ki Aarti PDF Download
यदि आपके पास Shiv Aarti PDF फाइल होगी, तो बार-बार वेबसाइट पर आने की जरुरत नहीं। आप अपने मोबाइल द्वारा तुरंत शिव आरती को पढ़ सकते है।
PDF Name | Shiv Aarti |
Total Pages | 4 HD Quality |
PDF Size | 586 KB |
Publisher | InstaPDF |
Location | Google Drive |
Provider | Sabsastaa |
महादेव शिव जी की आरती का वीडियो
शिव जी की पूजा करने के लिए “ॐ जय शिव ओंकारा” बहुत ही अच्छी आरती है। अगर आप इस आरती का बेहतरीन वीडियो देखना चाहते है, तो वो निचे दी लिंक द्वारा देख सकते हो।
भगवान शिव जी की आरती विधि
सही विधि द्वारा आरती का उपयोग करने पर आपकी बात जरूर महादेव तक पहुंचेगी।
- वैसे तो पूरा साल शिव जी की पूजा के लिए अच्छा है।
- लेकिन अधिकांश भक्तो के लिए सोमवार और श्रवण माह खास होते है।
- इन दिनों में आपको जल्दी उठ कर स्नान कर लेना चाहिए।
- फिर सरल और नए कपडे पहन कर खुद को तैयार कर लीजिये।
- इसके बाद अपने घर के मंदिर या आसपास के शिव मंदिर जाये।
- वहा दिया, अगरबत्ती जलाते हुए पूजा की शुरुआत करे।
- फिर महादेव शिव जी की आरती का गान शुरू कर दीजिये।
- अंत में महादेव से सदबुद्धि देने के लिए प्रार्थना करे।
इस प्रकार की विधि द्वारा की गयी पूजा या आरती महादेव को पसंद आती है। फिर आपकी अच्छी मनोकामनाएं बहुत जल्द पूर्ण हो जाती है।
Shiv Ji Ki Aarti में भगवान के नाम
दुनिया और भारत के विभिन्न हिस्सों में महादेव शिव को आरती में अलग-अलग नाम से जाना जाता है। जैसे,
- महादेव
- प्रभु शंकर
- भोलेनाथ
- नीलकंठ
- सोमनाथ
- केदारनाथ
इसके अलावा अधिकांश विदेश के लोग शिव जी को “Lord Shiva” के नाम से जानते है। अब से जब भी आप कोई आरती पढ़े और यह नाम दिखाई दे। तो समझ लीजिये की उस आरती में महादेव जी का ही वर्णन किया है।
महादेव शिव जी की आरती का महत्त्व
शिव आरती भगवान शिव की पूजा में विशेष रूप से महत्वपूर्ण है। शिव भगवान को दुनिया को नष्ट करने वाले और उसके पालनकर्ता के रूप में पूजा जाता है। शिव आरती उनकी प्रसन्नता और कृपा का एक सरल तरीका है।
महादेव आरती के कई नाम हैं, जैसे ओम जय शिव ओंकारा, बम बम भोले, जय शिव शंकर आदि। इन सभी आरतियों में भगवान शिव के कई नाम और रूप दर्शाये जाते हैं। आरती में शिवजी के गुण और उनकी लीलाओं का वर्णन देखने मिलता है।
शिव आरती गाते समय साधक अपने मन को साफ करता है और भगवान से माफी मांगता है। Shiv Aarti में ओमकार का जाप महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह मन को स्थिर करता है।
शिवरात्रि पर भगवान शिव की विशेष पूजा के लिए शिव मंदिरों में लंबी आरती होती है। इस दिन कुछ शिव भक्त घर पर आरती करते हैं और पूरी रात जागरण करते हैं। आरती, भगवान शिव की उपासना का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
आशा करता हु महादेव शिव आरती सम्बंधित अच्छी जानकारी दे पाया हु। इस महत्वपूर्ण आरती पोस्ट को अपने सभी दोस्तों के साथ शेयर जरूर करे।