Shri Vishnu Chalisa PDF एक भजन समान है, जिसमें भगवान विष्णु के 1,000 नाम शामिल हैं। श्री विष्णु जी हिंदू धर्म के प्रमुख देवताओं में से एक और वैष्णववाद में सर्वोच्च देवता हैं।
गुरूवार का दिन श्री विष्णु की पूजा करने के लिए सबसे ज्यादा अच्छा है। यदि आप इस दिन Vishnu Chalisa और आरती के साथ सच्चे मन से पूजा पाठ करते है। तो भगवान आपके जीवन में रहे दुःख दर्द जरूर दूर करेंगे।
Shri Vishnu Chalisa PDF Download
Name | Vishnu Chalisa |
Pages | 8 |
Size | 0.94 MB |
Publisher | Yuva Digest |
Location | Google Drive |
Provider | Sabsastaa |
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इस पीडीएफ फाइल को अपने मोबाइल में डाउनलोड कर के रख लीजिये। फिर इसे जब चाहे तब आप पढ़ पाएंगे या खास पूजा विधि में पढ़ने के लिए उपयोग कर सकते है।
यदि आप अपने किसी प्रिय व्यक्ति को श्री विष्णु चालीसा उपहार में देना चाहते है। तो इसके लिए Vishnu Chalisa Pocket Book बेस्ट है। इसे खास गिफ्ट के लिए ध्यान में रख कर ही बनाया है।
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श्री विष्णु चालीसा हिंदी में (Vishnu Chalisa Lyrics)
यहाँ प्रभु श्री विष्णु जी की संपूर्ण चालीसा दोहा सहित दर्शायी है।
||दोहा||
विष्णु सुनिए विनय सेवक की चितलाय।
कीरत कुछ वर्णन करूं दीजै ज्ञान बताय।
||चौपाई||
नमो विष्णु भगवान खरारी, कष्ट नशावन अखिल बिहारी॥
प्रबल जगत में शक्ति तुम्हारी, त्रिभुवन फैल रही उजियारी॥
सुन्दर रूप मनोहर सूरत, सरल स्वभाव मोहनी मूरत॥
तन पर पीतांबर अति सोहत, बैजन्ती माला मन मोहत॥
शंख चक्र कर गदा बिराजे, देखत दैत्य असुर दल भाजे॥
सत्य धर्म मद लोभ न गाजे, काम क्रोध मद लोभ न छाजे॥
संतभक्त सज्जन मनरंजन, दनुज असुर दुष्टन दल गंजन॥
सुख उपजाय कष्ट सब भंजन, दोष मिटाय करत जन सज्जन॥
पाप काट भव सिंधु उतारण, कष्ट नाशकर भक्त उबारण॥
करत अनेक रूप प्रभु धारण, केवल आप भक्ति के कारण॥
धरणि धेनु बन तुमहिं पुकारा, तब तुम रूप राम का धारा॥
भार उतार असुर दल मारा, रावण आदिक को संहारा॥
आप वराह रूप बनाया, हरण्याक्ष को मार गिराया॥
धर मत्स्य तन सिंधु बनाया, चौदह रतनन को निकलाया॥
अमिलख असुरन द्वंद मचाया, रूप मोहनी आप दिखाया॥
देवन को अमृत पान कराया, असुरन को छवि से बहलाया॥
कूर्म रूप धर सिंधु मझाया, मंद्राचल गिरि तुरत उठाया॥
शंकर का तुम फन्द छुड़ाया, भस्मासुर को रूप दिखाया॥
वेदन को जब असुर डुबाया, कर प्रबंध उन्हें ढूंढवाया॥
मोहित बनकर खलहि नचाया, उसही कर से भस्म कराया॥
||चौपाई||
असुर जलंधर अति बलदाई, शंकर से उन कीन्ह लडाई॥
हार पार शिव सकल बनाई, कीन सती से छल खल जाई॥
सुमिरन कीन तुम्हें शिवरानी, बतलाई सब विपत कहानी॥
तब तुम बने मुनीश्वर ज्ञानी, वृन्दा की सब सुरति भुलानी॥
देखत तीन दनुज शैतानी, वृन्दा आय तुम्हें लपटानी॥
हो स्पर्श धर्म क्षति मानी, हना असुर उर शिव शैतानी॥
तुमने ध्रुव प्रहलाद उबारे, हिरणाकुश आदिक खल मारे॥
गणिका और अजामिल तारे, बहुत भक्त भव सिन्धु उतारे॥
हरहु सकल संताप हमारे, कृपा करहु हरि सिरजन हारे॥
देखहुं मैं निज दरश तुम्हारे, दीन बन्धु भक्तन हितकारे॥
चहत आपका सेवक दर्शन, करहु दया अपनी मधुसूदन॥
जानूं नहीं योग्य जप पूजन, होय यज्ञ स्तुति अनुमोदन॥
शीलदया सन्तोष सुलक्षण, विदित नहीं व्रतबोध विलक्षण॥
करहुं आपका किस विधि पूजन, कुमति विलोक होत दुख भीषण॥
करहुं प्रणाम कौन विधिसुमिरण, कौन भांति मैं करहु समर्पण॥
सुर मुनि करत सदा सेवकाई, हर्षित रहत परम गति पाई॥
दीन दुखिन पर सदा सहाई, निज जन जान लेव अपनाई॥
पाप दोष संताप नशाओ, भव-बंधन से मुक्त कराओ॥
सुख संपत्ति दे सुख उपजाओ, निज चरनन का दास बनाओ॥
निगम सदा ये विनय सुनावै, पढ़ै सुनै सो जन सुख पावै॥
श्री विष्णु चालीसा पूजा पाठ की विधि
यदि आप सही नियम या तरीके के साथ पूजा करते है, तो आपकी बात श्री विष्णु तक जरूर पहुंचेगी।
- विष्णु जी की पूजा के लिए गुरूवार का दिन चुनने की कोशिश करे।
- इस दिन सुबह जल्दी उठ जाये और स्नान कर के साफ़ कपडे पहने।
- मंदिर या किसी चौकी पर एक साफ़ एंव स्वत्छ कपडा बिछा दीजिये।
- बिछाये गए साफ़ वस्त्र पर श्री विष्णु जी की प्रतिमा स्थापित करें।
- विष्णु जी के लिए पिले फूल और पिले फल को भोग के लिए रखे।
- तेल डाल कर दिया जलाये और विष्णु जी की आरती शुरू करे।
- इसके बाद आप चाहे तो केले के वृक्ष की पूजा भी कर सकते है।
श्री विष्णु चालीसा के फायदे
जो भक्त सच्चे मन से विष्णु चालीसा पढ़ते है उन्हें निम्नलिखित फायदे अवश्य होते है।
- जीवन में दुखो का प्रमाण कम और सुखो का प्रमाण ज्यादा होगा।
- घर एंव परिवार के रिश्तो में आ रही समस्याए दूर होगी।
- मन शांत एंव हकारात्मक रहेगा, जिससे दिमागी ऊर्जा बढ़ती है।
- चालीसा पढ़ने पर आद्यात्मिक मार्ग का अच्छा ज्ञान मिलता है।
- भगवान विष्णु आपको आने वाली परेशानियों से बचाएंगे।
- आपकी जो भी अच्छी मनोकामना है वो पूर्ण होगी।
- कहा जाता है इससे हम जीवन में जो चाहे वो मिलता है।
इतने फायदे जानने के बाद हर विष्णु भक्त अपने भगवान की चालीसा जरूर पढ़ना चाहेगा। जिसके लिए आप उपरोक्त दिए बटन द्वारा Shri Vishnu Chalisa PDF Download कर सकते है।
श्री विष्णु चालीसा की संपूर्ण जानकरी
भारतीय संस्कृति में धार्मिक ग्रंथ, पुराण और चालीसा का महत्वपूर्ण स्थान रहा है। पिछले कही समय से भगवान विष्णु के अनुयायियों के लिए Vishnu Chalisa काफी महत्वपूर्ण है। यह चालीसा भगवान विष्णु की महिमा, गुण और कृपालु स्वरूप का वर्णन करती है। साथ ही उनके भक्तों को सुख, शांति और शुभ कार्यों के लिए आशीर्वाद देती है।
विशेष संस्कृत में लिखी गई विष्णु चालीसा कुल चालिस श्लोक का संग्रह हैं। इन श्लोकों के माध्यम से भगवान विष्णु के अनुयायी उनके अद्भुत गुणों का स्मरण करते हैं और उनसे प्रार्थना करते हैं। भक्तों को विष्णु चालीसा का पाठ करने से मन शुद्ध होता है और उन्हें दिव्यता मिलती है।
प्रभु श्री विष्णु को विष्णु चालीसा के श्लोकों में भव्य रूप, आदित्य अंश और सृष्टि के संरक्षक के रूप में बताया है। इस धार्मिक किताब में भक्त ध्रुव की प्रेरक गाथा, राजा प्रह्लाद की कहानी और विष्णु के अवतार भी हैं। चालीसा में भगवान विष्णु की उपास्यता, सर्वव्यापी स्वरूप और जगत के सृजनहार गुणों का जीवंत वर्णन किया गया है।
श्री विष्णु चालीसा का पाठ भगवान विष्णु की भक्ति और श्रद्धा को बढ़ाता है और उनके चरणों में शरण लेने की प्रेरणा देता है। इसके अलावा, भक्तों को यह चालीसा आध्यात्मिक उन्नति, मानसिक शांति और सच्चे धर्म के प्रति समर्पण की भावना देती है।
विष्णु चालीसा समारोहात्मक और भक्तिमय है, यह भगवान विष्णु के प्रति श्रद्धा और भक्ति का प्रतीक है। इस चालीसा में बताया गया है कि भगवान विष्णु के ध्यान में लगने से व्यक्ति को आत्मिक सुख और समृद्धि मिलती है।
हमें आशा है की श्री विष्णु चालीसा सम्बंधित यह जानकारी आपको जरूर पसंद आयी होगी। मिलते है अपनी नेक्स्ट पोस्ट में तब तक टेक केयर।