हर साल नवरात्रि अवसर में माँ दुर्गा जी की आरती “जय अम्बे गौरी” को करोड़ो लोग सुनते है। इस आरती के लिरिक्स हर भक्त को माता अम्बे की आराधना से जोड़ देते है।
माँ Durga Ji Ki Aarti द्वारा भक्त को 5 फायदे अवश्य मिलते है।
- जीवन में सुख-शांति बनी रहती है।
- माँ दुर्गा का आशीर्वाद मिलता है।
- मन की सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है।
- सच्चे भक्त को माँ के दर्शन होते है।
- आरती से बुरी शक्तियां दूर रहती है।
विशेष : उपरोक्त फायदे एंव माँ दुर्गा की कृपा पाने के लिए आप चाहे तो नित्य श्री दुर्गा आरती का पाठ कर सकते है।
माँ दुर्गा जी की आरती (Maa Durga Ji Ki Aarti)
पुरे विश्व भर में माँ दुर्गा को कही नामो से जाना जाता है, जिनमे 2 नाम सबसे ज्यादा प्रचलित है। पहला श्री अम्बे माता और दूसरा माँ दुर्गा। इसके अलावा विदेशी लोग माता को “Goddess Durga” कहते है।
नोट : अधिकतर लोग माँ दुर्गा आरती को हिंदी और इंग्लिश भाषा में पढ़ना चाहते है। इसलिए यहाँ दोनों को ध्यान में रखते हुए “जय अम्बे गौरी” आरती के लिरिक्स दर्शाये है।
(1) माँ दुर्गा जी की आरती जय अम्बे गौरी लिरिक्स
जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी ।
तुमको निशदिन ध्यावत, हरि ब्रह्मा शिवरी ॥
ॐ जय अम्बे गौरी..॥
मांग सिंदूर विराजत, टीको मृगमद को ।
उज्ज्वल से दोउ नैना, चंद्रवदन नीको ॥
ॐ जय अम्बे गौरी..॥
कनक समान कलेवर, रक्ताम्बर राजै ।
रक्तपुष्प गल माला, कंठन पर साजै ॥
ॐ जय अम्बे गौरी..॥
केहरि वाहन राजत, खड्ग खप्पर धारी ।
सुर-नर-मुनिजन सेवत, तिनके दुखहारी ॥
ॐ जय अम्बे गौरी..॥
कानन कुण्डल शोभित, नासाग्रे मोती ।
कोटिक चंद्र दिवाकर, सम राजत ज्योती ॥
ॐ जय अम्बे गौरी..॥
शुंभ-निशुंभ बिदारे, महिषासुर घाती ।
धूम्र विलोचन नैना, निशदिन मदमाती ॥
ॐ जय अम्बे गौरी..॥
चण्ड-मुण्ड संहारे, शोणित बीज हरे ।
मधु-कैटभ दोउ मारे, सुर भयहीन करे ॥
ॐ जय अम्बे गौरी..॥
ब्रह्माणी, रूद्राणी, तुम कमला रानी ।
आगम निगम बखानी, तुम शिव पटरानी ॥
ॐ जय अम्बे गौरी..॥
चौंसठ योगिनी मंगल गावत, नृत्य करत भैरों ।
बाजत ताल मृदंगा, अरू बाजत डमरू ॥
ॐ जय अम्बे गौरी..॥
तुम ही जग की माता, तुम ही हो भरता,
भक्तन की दुख हरता सुख संपति करता ॥
ॐ जय अम्बे गौरी..॥
भुजा चार अति शोभित, खडग खप्पर धारी ।
मनवांछित फल पावत, सेवत नर नारी ॥
ॐ जय अम्बे गौरी..॥
कंचन थाल विराजत, अगर कपूर बाती ।
श्रीमालकेतु में राजत, कोटि रतन ज्योती ॥
ॐ जय अम्बे गौरी..॥
श्री अंबेजी की आरति, जो कोइ नर गावे ।
कहत शिवानंद स्वामी, सुख-संपति पावे ॥
ॐ जय अम्बे गौरी..॥
जय अम्बे गौरी,मैया जय श्यामा गौरी ।
“बोलो अम्बे मात की… जय !”
(2) Jai Ambe Gauri Aarti Lyrics In English
Jai Ambe Gauri, Maiya Jai Shyama Gauri ।
Tumako Nishidina Dhyawata, Hari Brahma Shivari ॥
Jai Ambe Gauri ॥
Manga Sindura Virajata, Tiko Mrigamada Ko ।
Ujjavala Se Dou Naina, Chandravadana Niko ॥
Jai Ambe Gauri ॥
Kanaka Samana Kalewara, Raktambara Rajai ।
Raktapushpa Gala Mala, Kanthana Para Sajai ॥
Jai Ambe Gauri ॥
Kehari Vahana Rajata, Khadga Khapparadhari ।
Sura-Nara-Muni-Jana Sevata, Tinake Dukhahari ॥
Jai Ambe Gauri ॥
Kanana Kundala Shobhita, Nasagre Moti ।
Kotika Chandra Diwakara, Sama Rajata Jyoti ॥
Jai Ambe Gauri ॥
Shumbha-Nishumbha Bidare, Mahishasura Ghati ।
Dhumra Vilochana Naina, Nishidina Madamati ॥
Jai Ambe Gauri ॥
Chanda-Munda Sanhare, Shonita Bija Hare ।
Madhu-Kaitabha Dou Mare, Sura Bhayahina Kare ॥
Jai Ambe Gauri ॥
Brahmani Rudrani Tuma Kamala Rani ।
Agama-Nigama-Bakhani, Tuma Shiva Patarani ॥
Jai Ambe Gauri ॥
Chausatha Yogini Mangala Gavata, Nritya Karata Bhairun ।
Bajata Tala Mridanga, Aru Bajata Damaru ॥
Jai Ambe Gauri ॥
Tuma Hi Jaga Ki Mata, Tuma Hi Ho Bharata ।
Bhaktana Ki Dukha Harata, Sukha Sampatti Karata ॥
Jai Ambe Gauri ॥
Bhuja Chara Ati Shobhita, Vara-Mudra Dhari ।
Manavanchhita Phala Pavata, Sevata Nara-Nari ॥
Jai Ambe Gauri ॥
Kanchana Thala Virajata, Agara Kapura Bati ।
Shrimalaketu Mein Rajata, Koti Ratana Jyoti ॥
Jai Ambe Gauri ॥
Shri Ambeji Ki Aarti, Jo Koi Nara Gavai ।
Kahata Shivananda Swami, Sukha Sampatti Pavai ॥
Jai Ambe Gauri ॥
Maa Durga Ji Ki Aarti PDF Download
माँ दुर्गा की भक्ति के लिए “जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी” बहुत ही अच्छी आरती है। आप चाहे तो Maa Durga Aarti PDF डाउनलोड कर सकते है। जिससे आरती हमेशा आपके मोबाइल में सेव रहेगी।
PDF Name | Durga Aarti |
Total Pages | 3 HD Quality |
PDF Size | 397 KB |
File Maker | HJC |
Location | Google Drive |
Provider | Sabsastaa |
[wpsm_button color=”main” size=”medium” link=”https://drive.google.com/file/d/1jRQRszr8g1fSyQAAfamEPGIHQsIxbnfp/view?usp=sharing” icon=”none” class=”” target=”_blank”]Download PDF[/wpsm_button]
माँ दुर्गा की “जय अम्बे गौरी” आरती का वीडियो
यह ऑनलाइन उपलब्ध एक बेहतरीन माँ दुर्गा आरती वीडियो है। जिसमे बताई आरती “”जय अम्बे गौरी” को अब तक 3 करोड़ से ज्यादा लोगो ने देखा है।
Maa Durga Aarti Image Download
यदि आप Jai Ambe Gauri Aarti Lyrics को एक इमेज के रूप में डाउनलोड करना चाहते है। तो निचे दी गयी बेहतरीन इमेज को अपने मोबाइल में सेव कर के रख लीजिये।
माँ दुर्गा जी की पूजा पाठ विधि
सही पूजा विधि के साथ आरती का पाठ करने पर आपकी सच्ची श्रद्धा माँ अम्बे तक जरुरी पहुँचती है। इसलिए यहाँ बताई विधि को जरूर ध्यान में रखे।
- माँ की पूजा करने से पहले एक बार स्नान जरूर कर ले।
- फिर पूजा सामान के साथ अगरबत्ती और दिया जलाये।
- नवरात्री के दौरान सभी साथ में माता की आरती करे।
- परिवार के हर सदस्य को आरती करने का मौका दीजिये।
- आरती के बाद माँ अम्बे का आशीर्वाद प्राप्त करे।
- फिर सभी लोगो को साथ में माता के लिए गरबा घूमना है।
- इसके बाद मौजूद सभी लोगो को प्रसाद दे सकते है।
माँ दुर्गा जी की आरती का महत्त्व
आपको बता दे की श्री अम्बे गौरी माँ दुर्गा का ही एक स्वरूप है। माँ का यह स्वरूप सौम्य और शांत है, माँ इस रूप में अपने भक्तों की रक्षा और कल्याण के लिए प्रार्थना सुनती हैं। जय अम्बे गौरी आरती में माँ दुर्गा की महिमा का विशेष वर्णन है।
इस आरती में माँ को जगदंबे, जय गौरी, मंगल गौरी, जय अम्बे आदि नामों से संबोधित किया गया है। माँ के रूप, गुण और लीलाओं का वर्णन भी इसमें शामिल है। आरती द्वारा माँ से अपने जीवन में सुख, शांति और कल्याण की कामना कर सकते है।
जय अम्बे गौरी आरती से भक्तों को शांति और आनंद का अनुभव प्राप्त होता है। इससे हमारे मन को पवित्रता और आस्था की प्रेरणा मिलती है। ऐसी आरती हमें माँ के प्रति समर्पण और भक्ति का मार्ग दिखाती है।
आशा करता हु माँ दुर्गा आरती के बारे में अच्छी जानकारी दे पाया हु। यदि पोस्ट पसंद आयी हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करे।