अक्सर जीवाणु संक्रमण या एलर्जी के कारण गले में समस्या होती है। इसके उपचार में ज़्यादातर लोग गले में खराश की दवा या टेबलेट लेना पसंद करते है। इससे प्रभावी रूप से कम समय में गले का संक्रमण ठीक होता है।
यदि आप ज़्यादा ठंडा या अत्याधिक तेल-मसाले वाले आहार का सेवन करते है? तो गले में खराश और संक्रमण होने की संभावना रहती है। निचे दर्शाए कुछ सामान्य कारणों से गले में खराबी आ सकती है।
- फ़ूड एलर्जी के कारण
- बैक्टेरिया या वायरल संक्रमण से
- इन्फेक्शन होने पर
- मौसम के बदलने से
- धूम्रपान के कारण
- खट्टी चीज़ो के सेवन से
- एसिडिक फ़ूड लेने पर
- डिहाइड्रेशन होना पर
- शुष्क वातावरण से
टॉन्सिल्स के साथ यह समस्या लंबे समय तक रहे तो अस्थमा की बीमारी हो सकती है। खराश की वजह से गले के दर्द वाली खांसी आती है। गले को डिहाइड्रेट रखने से यह परेशानी कम हो सकती है। गले में संक्रमण के कुछ प्राथमिक लक्षण हो सकते है। जैसे,
- गले में जलन होना
- खाना निगलने में परेशानी
- अत्याधिक दर्द होना
- खीच-खीच महसूस होना
- गले में सूजन आना
- गले में चुभन होना
- आवाज़ सही से न निकलना
यह समझे : अगर आप में उपरोक्त लक्षण दिख रहे है? तो तुरंत डॉक्टर के पास जा कर गले का संक्रमण ठीक करने की दवाई लीजिये। इसके अलावा कुछ आसान घरेलु उपाय द्वारा भी गले की खराश मिटाई जा सकती है।
10 बेस्ट गले में खराश की दवा टेबलेट
सबसे पहले यह जान ले की गले की खराश ज़्यादा है या शुरुआती स्तर पर है। इस आधार पर आप मेडिसिन या घरेलु इलाज पसंद कर सकते है। जिसमे सामान्य खराश के लिए घरेलु उपाय सही है। मध्यम या उससे ज्यादा स्तर की समस्या में मेडिसिन लेना सही है।
लिस्ट में हमने 8 प्रकार की दवाइयों को शामिल किया है, जो गले की खराश को जड़ से मिटाती है।
- नार्मल टेबलेट : सामान्य रूप से इसे पानी के साथ निगल सकते है।
- पाउडर दवा : इसे गरम या गुनगुने पानी में डाल कर पीना होता है।
- लीजोंजिस : इसे मुँह में रखने के बाद धीरे-धीरे घुलने देना होता है।
- च्यूवेबल टेबलेट : इसे चबा कर खा सकते है, इसका स्वाद अच्छा होता है।
- आयुर्वेदिक पिल्स : यह संपूर्ण आयुर्वेदिक और सुरक्षित दवा होती है।
- पैस्टिल्स : इस प्रकार की टेबलेट को चूस कर खाना होता है।
- स्ट्रेपसिल्स : यह प्राकृतिक रूप से बनी होती है, जिसे मुँह में घुलने देना है।
- मेल्ट ओरल स्ट्रिप : इसमें मेल्ट को जीभ पर रख के घुलने देना होता है।
यदि आप जल्दी में है? तो निचे बताई 3 Best Sore Throat Medicine में से तुरंत खरीदी कर सकते है।
आगे की जानकारी उनके लिए है जो दवाइयों के बारे में ज्यादा जानना चाहते है।
(1) Velbiom EnKor-D Sore Throat Powder
ओरल इन्फेक्शन यानि मुँह के संक्रमण को दूर करने में एंकोर-डी पाउडर मददरूप है। इसकी बनावट में 6 प्रकार के लैक्टोबैसिलस तत्व का इस्तेमाल हुआ है। जिस कारण मुँह में रहे सारे हानिकारक बैक्टेरिया दूर हो जाते है।
बदबूदार सांसे, गले में दर्द, आवाज़ फूलना या टॉन्सिल जैसी समस्या हो? तो इस पाउडर के सेवन से काफी हद तक राहत मिलती है। यह पाउडर कफ के कारण होती गले की खराश दूर कर सकता है। इससे श्वसन तंत्र स्वास्थ्य अच्छा रहता है।
पाउडर के फायदे
- गले में टॉन्सिल का प्रमाण कम होता है।
- खाना निगलने में परेशानी नहीं होती।
- इससे श्वसन क्रिया बेहतर बनती है।
- मुँह की दुर्गंध दूर की जा सकती है।
- इसमें स्वादिष्ट पुदीना का फ्लेवर है।
पाउडर के नुकसान
- कुछ ग्राहक इसकी कार्यक्षमता से खुश नहीं।
उपयोग विधि
- एक पाउच की सामग्री अपनी जीभ पर छिड़के।
- पाउडर को 1 मिनिट तक अपनी जीभ पर रहने दे।
- इसे अच्छी तरह से मुँह में घुलने दीजिये।
- फिर थोड़ा पानी मुँह में डाल कर इसे निगलना है।
पाउडर की प्राइस
हानिकारक तत्वों से मुक्त शुगर फ्री बनावट वाले इस पाउडर की प्राइस ₹360 है। यह पाउडर लीजोंजिस, सिरप और घरेलु इलाज से ज़्यादा असरकारक है।
(2) Phyto Relief Natural Immunity Booster
फाइटोरिलीफ-सीसी मेडिसिन के कारण सभी संक्रमण लक्षी परेशानिया हल होती है। यह वायु मार्ग में बाधा डालने वाले कीटाणुओं से लड़ती है। जिस वजह से सर्दी, खांसी, गले में दर्द, खराश और सूजन का सरलता से उपचार होता है।
दवा के फाइटो-एक्टिव्स श्वसन प्रणाली को बेहतर बनाने में मदद करते है। लीजोंजिस प्रकार की इस दवा में अदरक, हल्दी और अनार के गुण देखने मिलते है। इससे कफ, सर्दी एवं टॉन्सिल जैसी समस्या का प्राकृतिक रूप से इलाज होता है।
मेडिसिन के लाभ
- यह कफ और सर्दी को मिटाने में सक्षम है।
- इससे गले में खराश की समस्या ठीक होती है।
- बेहतरीन इम्युनिटी बूस्टर के रूप में कार्यरत है।
- हल्दी, अदरक और अनार के गुण मौजूद है।
- इस दवा में फाइटो-एक्टिव्स का संयोजन है।
मेडिसिन के गेरलाभ
- कुछ लोगो को इसका स्वाद अच्छा नहीं लगता।
- कुछ ग्राहकों को यह ज़्यादा असरकारक नहीं लगी।
इस्तेमाल कैसे करे
- दिन में आप 3 से 4 गोलिया ले सकते है।
- इसे मुँह में रख के घुलने देना होता है।
- सेवन के बाद पानी या जूस पी सकते है।
मेडिसिन की कीमत
हाई स्टार रेटिंग के साथ अच्छी क्वालिटी में निर्माण हुई इस टेबलेट की कीमत ₹475 है। फेस्टिवल ऑफर्स या सेल के दौरान इसे सस्ता ख़रीदा जा सकता है।
(3) Cipla Cofsils Scratchy Throat Lozenges
ज़्यादातर मेडिसिन का स्वाद अच्छा नहीं होता। मगर फोटो में दिख रही चूसने की दवा बहुत स्वादिष्ट है। इसमें नींबू और शहद का खट्टा-मीठा फ्लेवर है। दवा में रहे एंटी-बैक्टेरियल गुण मुँह संक्रमण का इलाज करते है। जिससे गले की खराश में आराम मिलता है।
यदि आप गले के दर्द से तुरंत छुटकारा पाना चाहते है? तो कफसिल्स गोली को मुँह में रख के चूसे। यह गोली तुरंत अपना असर दिखाती है, जिससे गले का दर्द और खराश कम होती है। इसका सेवन दिन में किसी भी वक्त किया जा सकता है।
टेबलेट के गुण
- टेबलेट से गले का संक्रमण दूर होता है।
- गोली अनेक स्वादिष्ट फ्लेवर में उपलब्ध है।
- गले के दर्द में तुंरत आराम मिलता है।
- दवा में एंटी-बैक्टेरियल गुण मौजूद है।
- गले की खराश में काफी असरकारक है।
टेबलेट के अवगुण
- कुछ ग्राहक इसकी पैकजिंग से संतुष्ट नहीं।
दवा सेवन विधि
- इसे 3 घंटे में एक बार ले सकते है।
- इसे आप हलके से चूस कर खाए।
टेबलेट की प्राइस
अमजोंस चॉइस में शामिल यह टेबलेट प्राइस ₹270 में ऑनलाइन मिलती है। इसकी 1 स्ट्रिप में 10 जितनी गोलिया आती है।
(4) Charak Pharma Kofol Chewable Tablet
यह दवा एंटी-बैक्टेरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से बनी है। जिसमे गले की सूजन और कीटाणुओं को निकालने की ताकत है। यह बिना डॉक्टरी पर्चे द्वारा मिलने वाली एक आयुर्वेदिक दवा है। जिसका उपयोग खास कर सर्दी, खांसी और खराश में किया जाता है।
उपरोक्त दवा फ्री रेडिकल्स के कारण होने वाले गंभीर नुकसान से बचा सकती है। इसका नियमित सेवन करने पर हमारे शरीर को जीवाणुओं से लड़ने की शक्ति मिलती है। यह शुगर फ्री होने से मधुप्रमेह पीड़ितों के लिए भी बिलकुल सुरक्षित दवा है।
हर्बल दवा के फायदे
- पुदीना, यष्टिमधु और सूंठी के लाभ मिलते है।
- इसमें एंटी-माइक्रोबैक्टेरियल गुण मौजूद है।
- गले की खराश और दर्द में आराम मिलता है।
- दवा द्वारा सांस सम्बंधित परेशानी दूर होती है।
- टेबलेट गले का इन्फेक्शन मिटाने में सक्षम है।
हर्बल दवा के नुकसान
- अत्याधिक मात्रा से पाचन विकार होते है।
- कुछ लोगो को दवा के कारण एलर्जी हुई है।
कैसे सेवन करे
- इसे आप दिन में 2-3 बार ले सकते है।
- हर 6 घंटे के बाद इसे उपयोग में ले।
- इस टेबलेट को चबा कर खाना बेहतर है।
- दवा को गुनगुने पानी के साथ ले सकते है।
दवा की कीमत
शुद्ध आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों से निर्मित इस मेडिसिन की कीमत ₹115 है। इस प्राइस पर हमें 3 टेबलेट का कॉम्बो पैक मिलता है।
(5) Ayush Kanthika Gale Ki Dawa
योगी कंठिका दवा मुख्य तौर पर खांसी और गले के दर्द को दूर करने में कारगर है। इसमें मुलेठी और तुलसी जैसे 2 मुख्य घटक है। धूल, मिट्टी, प्रदूषण एवं अयोग्य खान-पान के कारण हुई श्वसन की दिक्कत में टेबलेट राहत दे सकती है।
गले में जमे कफ और खराश का इलाज करने में यह दवा लाभकारी है। साथ ही यह टेबलेट गले में बलगम स्त्राव को भी सुधारती है। शुगर फ्री और हानिकारक तत्वों से मुक्त इस आयुर्वेदिक दवा से किसी भी प्रकार का दुष्प्रभाव नहीं होता।
कंठिका के प्रभाव
- अस्थमा के लक्षणों को रोकने में मददगार है।
- मुलेठी और तुलसी के आयुर्वेदिक फायदे है।
- इससे श्वसन मार्ग में आयी दिक्क़ते दूर होती है।
- आयुर्वेदिक कंठिका खराश की कारगर दवा है।
- यह दवा खांसी को नियंत्रित कर सकती है।
कंठिका के दुष्प्रभाव
- ग्राहकों के रिव्यूज में इसके कोई नुकसान नहीं।
उपयोग करने का तरीका
- गोली को दिन में 2 से 3 बार ले सकते है।
- आहार के बाद इसका सेवन करना योग्य है।
- गोली के साथ गुनगुने पानी को पीजिए।
गोली की प्राइस
लाभकारी आयुर्वेदिक तत्वों से बनी इस प्रभावशाली दवा की प्राइस ₹180 है। इसे अमेज़न के अधिकांश ग्राहकों ने हाई स्टार रेटिंग और पॉजिटिव रिव्यूज दिए है।
(6) Multani Kuka Cough Tulsi Lozenges
भारत में अधिकतर लोग सर्दी या खांसी होने पर तुलसी और अदरक से बना काढ़ा पीते है। इस दवा में वही पारंपरिक घरेलु सामग्री है। जो ज़्यादातर गले से संबंधित समस्याओ को हल करने में कारगर है। यह टेबलेट लीजोंजिस के रूप में मिलती है।
कूका कफ लीजोंजिस टेबलेट का स्वाद मीठा है। इसमें मौजूद अदरक छाती से बलगम को साफ करने में मदद करता है। अदरक में रहा जिंजरोल नामक तत्व एक ऐसा एक्टिव कंपाउंड है, जो आसानी से गले के दर्द और खराश में आराम पहुंचाता है।
अच्छे परिणाम
- गले के दर्द में काफी आराम मिलता है।
- बलगम को साफ़ करने में मददगार है।
- यह लीजोंजिस टेबलेट स्वाद में मीठी है।
- गले की चुभन एवं खराश दूर होती है।
- इसमें प्राकृतिक तत्वों की बनावट है।
बुरे परिणाम
- ग्राहकों के मुताबिक यह जल्दी घुलती नहीं।
- कुछ लोगो को गुणवत्ता पसंद नहीं आयी।
दवा की खुराक
- इसे दिन में 2 से 3 बार लेना योग्य है।
- दवा को मुँह में रख के घुलने देना है।
लीजोंजिस की कीमत
7 से भी अधिक गुणकारी वनस्पतियो से बनी यह लीजोंजिस गोली कीमत ₹80 में मिलती है। सस्ते प्राइस में मिलने वाली यह सबसे अच्छी वैल्यू फॉर मनी मेडिसिन है।
(7) Strepsils Blister Quick Relief Tablet
स्ट्रेपसिल्स ब्लिस्टर ऑरेंज टेबलेट को हम बिना डॉक्टर की पर्ची खरीद सकते है। अन्य दवाओं के मुकाबले इसका स्वाद काफी अच्छा है। इसमें रहे एंटी-बैक्टेरियल गुण बैक्टेरिया का विनाश कर के गले का संक्रमण दूर करते है।
खास कर ठंड के दिनों में सर्दी या खांसी जैसी समस्या होती है। उस वक्त इस टेबलेट का सेवन करना उपचार समान है। तुरंत गले का दर्द दूर करने के लिए भी इसका सेवन कर सकते है। यह 1 स्ट्रिप में 8 टेबलेट के पैकेट में मिलती है।
स्ट्रेपसिल्स के गुण
- बैक्टेरियल इन्फेक्शन से छुटकारा मिलता है।
- गोली गले की खराश में बेहद असरकारक है।
- टेबलेट स्वादिष्ठ ऑरेंज फ्लॉवर में मिलती है।
- सर्दी और खांसी की समस्या में लाभदायी है।
- तुरंत उपचार के लिए यह गोली अच्छी है।
स्ट्रेपसिल्स के अवगुण
- कुछ ग्राहक इसकी पैकजिंग से नाखुश है।
- कुछ लोगो को इसका स्वाद अच्छा नहीं लगा।
इस्तेमाल कैसे करे
- एक दिन में 2 या 3 गोली लेनी चाहिए।
- इसे मुँह के साइड में रख के घुलने दीजिये।
- घुलने के बाद आप गुनगुना पानी पीए।
स्ट्रेपसिल्स की प्राइस
हनी और लेमन जैसे अच्छे फ्लावर्स में उपलब्ध इस दवा की प्राइस ₹195 है। इस गोली का उपयोग करने पर गले की परेशानी तुरंत दूर होती है।
(8) Curkey Natural Curcumin Extract Pastilles
हल्दी के प्राकृतिक गुणों से बनी यह मेडिसिन गले से जुड़े सभी विकार दूर करती है। दरअसल हल्दी की तासीर गरम होती है। जिससे यह ठंड के कारण जमे कफ में अपना अच्छा असर दिखाती है। इसके उपयोग से अधिकतर कफ बहार आ जाते है।
सीने में जकड़न या गले में जमे कफ की परेशानी हो तो इसके सेवन से राहत मिलेगी। इसमें एंटी-वायरल, एंटी-बैक्टेरियल, एंटी-एलर्जिक, एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-इफ्लेमेंटरी गुण है। जिससे अधिकांश श्वसन लक्षी समस्याओ में आराम मिलता है।
पैस्टिल्स के लाभ
- यह इम्युनिटी स्ट्रोंग करने में मददगार है।
- गले में जमे कफ और खराश दूर होती है।
- दवा एंटी-ओक्सिसेंट्स गुणों से भरपूर है।
- हल्दी के प्राकृतिक फायदे प्राप्त होते है।
- गले का इन्फेक्शन मिटाने में सहायक है।
पैस्टिल्स के गेरलाभ
- पैस्टिल्स के कारण एलर्जी हो सकती है।
- इसमें आर्टिफीसियल शुगर की मात्रा है।
उपयोग में कैसे ले
- इस प्राकृतिक दवा को दिन में 2 बार ले।
- सेवन के बाद 1 ग्लास गुनगुना पी लीजिये।
- इसे आहार के बाद या पहले ले सकते है।
पैस्टिल्स की कीमत
कीमत ₹150 में मिलने वाली यह बेस्ट क्वालिटी की मेडिसिन है। दवा के फ्लेवर और कार्यक्षमता के कारण यह कम समय में ग्राहकों की पसंद बन चुकी है।
(9) Multani Kuka Ayurvedic Tonsil Tablet
मुल्तानी कूका टेबलेट खांसी, सर्दी और गले के दर्द की आयुर्वेदिक दवा है। इसमें सौभाग्य भस्म, स्फुतिका भस्म, अपामार्ग क्षर, हरीतकी, खादिरादि वटी, स्वर्ण माक्षिक भस्म, और मिल्क शुगर है। इन सामग्री के कारण दवा टॉन्सिल में लाभकारी है।
इन सभी वनस्पति के शक्तिशाली गुण गले में रहे संक्रमण को दूर करने में सहायरूप है। इसका नियमित सेवन करने पर रोग प्रतिरोधक शक्ति में बढ़ावा होता है। साथ ही यह 100% आयुर्वेदिक तत्वों से बनी और हानिकारक रसायणों से मुक्त है।
गोली के फायदे
- आयुर्वेदिक वनस्पतियो की बनावट है।
- खांसी में हरीतकी के फायदे मिलते है।
- दवा टॉन्सिल को दूर करने में अच्छी है।
- इससे सांस लेने में आसानी रहती है।
- स्वर्ण माक्षिक भस्म के लाभ मिलते है।
गोली के नुकसान
- कुछ ग्राहकों को इससे सही परिणाम नहीं मिले।
- कुछ लोगो में पेट दर्द की समस्या हो सकती है।
उपयोग विधि
- इस गोली को दिन में 3 या 4 बार लेना है।
- इसे मुँह में रख के थोड़ा चूसना होता है।
- सेवन के बाद गुनगुना पानी पीना बेहतर है।
गोली की प्राइस
अधिकतर ग्राहकों की पसंदगी बनने वाली यह टेबलेट प्राइस ₹75 में मिलती है। 12 वर्ष से अधिक आयु वाले सभी इसका सेवन कर सकते है।
(10) Wellbeing Nutrition Melts Oral Strips
मेल्ट्स तेजी से घुलने वाली नैनो स्ट्रिप्स में मिलती है। यह पैराबेन, गुलटेन और शुगर फ्री है, जो संपूर्ण वेगन तरीके से निर्माण हुई है। गले का संक्रमण और उससे जुड़े सभी लक्षणों में यह स्ट्रिप राहत देती है। तुरंत उपचार के लिए इसका उपयोग करना योग्य है।
इससे ठंड के कारण गले में जमी खराश जल्दी ठीक हो जाती है। इसकी बनावट में हल्दी, अदरक, सूंठी और नींबू का इस्तेमाल हुआ है। दवा के रोगाणु विरोधी गुण श्वसन संक्रमण को दूर करते है। जिससे गले के तमाम विकारो में राहत प्राप्त होती है।
मेल्ट के प्रभाव
- इसमें एंटी-इफ्लेमेंटरी गुण मौजूद है।
- हल्दी, अदरक और सूंठी के लाभ है।
- श्वसन संक्रमण को दूर करने में सही है।
- तुरंत राहत के लिए यह लाभदायी है।
- गले में आयी खराश का इलाज होता है।
मेल्ट के दुष्प्रभाव
- ग्राहकों अनुसार गोली स्वाद में अधिक मीठी है।
- गंभीर खराश में यह मेल्ट लाभदायी नहीं है।
दवा सेवन विधि
- इस दवा को दिन में 2 बार लेना सही है।
- 4 से 6 घंटे के अंतर में इसका सेवन करे।
- स्ट्रिप को जीभ पर रख के घुलने देना है।
मेल्ट की कीमत
वेलबीइंग नुट्रिशन स्टोर की इस बेहतरीन मेल्ट को कीमत ₹495 में खरीद सकते है। इससे खांसी, सर्दी और गले के संक्रमण में दिख रहे लक्षण सरलता से दूर होते है।
गले में खराश का घरेलू इलाज
यदि गले में दर्द और खराश की परेशानी शुरुआती स्तर पर है? तो आप इसका घरेलु इलाज कर सकते है। सिरप, मेडिसिन और इंजेक्शन के मुकाबले यह ज़्यादा सुरक्षित और आसान होते है।
(1) लौंग की चाय
खांसी और सर्दी में लौंग की चाय को रामबाण इलाज माना जाता है। इसमें एंटी-बैक्टेरियल, एंटी-इन्फ्लेमेट्री और एंटी-वायरल गुण मौजूद होते है। जिससे गले का संक्रमण आसानी से ठीक हो जाता है।
लौंग के कारण गले की सूजन भी सरलता से ठीक होती है। साथ ही श्वसन मार्ग में आयी अधिकांश समस्या ठीक होती है। ठंड के मौसम में लौंग की चाय पीना काफी लाभकारक है।
लौंग की चाय कैसे बनाए
- एक बड़ी पतेली में थोड़ा पानी डाले।
- फिर लौंग और शहद डाल कर उबलने दे।
- थोड़ी देर बाद मिश्रण को ठंडा कर के पीए।
(2) भुना हुआ लहसुन
एक संशोधन अनुसार भुने हुए लहसुन के सेवन से कोल्ड कफ की समस्या दूर होती है। इसके अलावा कच्चा लहसुन चबाने पर कफ, सर्दी, खांसी, टॉन्सिल और गले की ज़्यादातर समस्या ठीक होती है।
लहसुन में मौजूद पोषक तत्व रोग प्रतिरोधक शक्ति को मजबूत करते है। साथ ही गले में रहे बैक्टेरिया भी इसके कारण दूर होते है। गले की समस्या हो तो रोजाना 3-4 लहसुन चबाने चाहिए।
सेवन विधि
- सबसे पहले लहसुन को छील ले।
- बाद में बेकिंग ट्रे पर भून लीजिये।
- इसे आप दिन भर खा सकते है।
(3) अदरक का काढ़ा
अदरक गले से संबंधी ज़्यादातर स्वास्थ्य विकारो को दूर करने में सक्षम है। इसमें अत्याधिक मात्रा में एंटी-बैक्टेरियल गुणों की उपस्थिति है। जिससे गले का संक्रमण एवं कीटाणुओं का विनाश होता है।
ज़्यादा ठंडा खाने से यदि गले में सूजन हुई हो तो वह भी अदरक से ठीक हो सकती है। अदरक की चाय, काढ़ा या अदरक को कच्चा भी खा सकते है। इससे ज़्यादातर गले के विकारो में राहत मिलती है।
उपयोग कैसे करे
- एक पतेली में पानी को गरम कीजिये।
- अदरक छील कर थोड़ा बारीक़ कर ले।
- फिर इसे हल्का सा पीस लीजिये।
- अदरक को पानी में डाल कर उबाले।
सवाल जवाब (FAQ)
गले के दर्द की दवा के बारे में ज़्यादातर लोग सही से नहीं जानते। जिस वजह से लोगो के मन में कही प्रश्न है। जिनमे से यहाँ मुख्य सवालों के जवाब दर्शाए है।
(1) गले में खराश होने पर कौन सी दवाई लेनी चाहिए?
गले में दर्द या खराश होने पर आप निचे दर्शाई दवा ले सकते है।
- Velbiom EnKor-D Powder
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- Cipla Cofsils Lozenges
- Charak Kofol Chewable Tablet
- Ayush Kanthika Medicine
(2) गले की खराश को तुरंत कैसे ठीक करें?
गले की खराश को तुरंत ठीक करने के लिए लौंग चबाना चाहिए या उसकी हर्बल चाय पीनी चाहिए। इसके अलावा लिस्ट में रही वेलबीइंग नुट्रिशन की ओरल स्ट्रिप जीभ पर रखने से भी गले में आराम मिलता है।
(3) गले में इंफेक्शन के लिए कौन सी टेबलेट ले?
यदि गले में इन्फेक्शन हो तो एंटी-बैक्टेरियल गुणों वाली दवा उपयोग में लेनी चाहिए। जैसे,
- Cipla Cofsils Lozenges
- Multani Cough Tulsi Lozenges
- Strepsils Quick Relief Tablet
(4) क्या मुझे गले की खराश में एंटीबायोटिक लेनी चाहिए?
नहीं, आमतौर पर गले में खराश एक सामान्य समस्या होती है। इसमें एंटी-बायोटिक्स के उपयोग से रिएक्शन या एलर्जी हो सकती है। इसलिए गले की खराश में सामान्य और आयुर्वेदिक दवा का उपयोग करना बेहतर है।
(5) बिना इलाज के गले में खराश कब तक रहती है?
सामान्य तौर पर गले की खराश बिना इलाज के 7 से 10 दिनों में ठीक हो जाती है। इसके बावजूद भी समस्या रहे तो योग्य मेडिसिन से उपचार शुरू करना चाहिए।
आशा करती हु गले में खराश की दवा से जुडी पूरी जानकारी देने में सफल रही हु। मिलते है अपनी नेक्स्ट पोस्ट में तब तक टेक केयर।